1) SIR (Special Intensive Revision) — सरल परिभाषा
SIR एक विशेष, गहन मतदाता-सूची (electoral roll) संशोधन अभियान है — जिसमें चुनाव से पहले मतदाता सूची को पूरी तरह चेक और अपडेट किया जाता है: मृत लोगों को हटाना, डुप्लिकेटों को हटाना, नई/18+ हुई सूची में जोड़ना और प्रवासन/स्थायी पता बदलने वालों की स्थिति ठीक करना। यह Election Commission of India (ECI) के निर्देश पर राज्य/केंद्रशासित प्रदेश स्तर पर किया जाता है।

2) SIR कैसे होता है — step-by-step (सरल क्रम)
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घोषणा/नोटिफिकेशन: ECI या राज्य CEO SIR की तारीखें और नियम जारी करते हैं। BLO/पोलिंग स्टाफ की तैनाती व प्रशिक्षण: हर पोलिंग स्टेशन के लिए Booth Level Officer (BLO) और सहायक नियुक्त होते हैं।
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घर-घर फॉर्म वितरण: BLO घर-घर जाकर फॉर्म (enumeration/verification form) बांटते हैं और निवासियों से विवरण पुष्टि करवाते हैं। अगर आप पहले से रजिस्टरेड हैं, तो केवल पुष्टि करनी होती है।
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दस्तावेज़ माँगना (जहाँ लागू): कुछ केसेज़ में (विशेषकर जिनका नाम पुराने/2003 आदि संदर्भ-रोल में नहीं है) ECI द्वारा तय स्वीकृत दस्तावेज़ों में से कोई एक माँगा जा सकता है — SIR के लिए अलग सूची जारी रही है (नीचे देखिए)।
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दावे/आपत्तियाँ (Claims & Objections): अगर किसी का नाम गायब है या गलत है तो वे दावे/आपत्तियाँ दर्ज करवा सकते हैं; ERO (Electoral Registration Officer) उनका निपटारा करते हैं।
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ड्राफ्ट रोले प्रकाशित → सुधार अवधि → फाइनल रोल प्रकाशित: ड्राफ्ट प्रकाशित होने पर आप किसी त्रुटि पर आपत्ति लगा सकते हैं; अंत में संशोधित फाइनल रोल जारी होता है।
3) SIR के लाभ (फायदे)
- मतदाता सूची सटीक होती है — मृत, डुप्लीकेट व अद्यतन न रहने वाले नाम हटते/सुधरते हैं — चुनाव निष्पक्ष बनते हैं।
- नए मतदाता शामिल होते हैं — जो 18+ हुए या पहले कहीं और रजिस्टर थे, उनकी स्थिति अपडेट होती है।
- भ्रष्टाचार/मल्टी-इन्क्लूज़न कम होने का लक्ष्य — फर्जी/दुर्घटनात्मक प्रविष्टियाँ घट सकती हैं।
- स्थानीय रिकॉर्ड अपडेट — अधिकारियों को वास्तविक जनसांख्यिकीय बदलाव का सही डेटा मिल जाता है।
4) SIR के नुकसान / जोखिम (जो अक्सर उठाए जाते हैं)
- डोक्यूमेंटेशन का बोझ (कठिनाई): गरीब/ग्रामीण/अनपढ़ लोगों के पास जरूरी कागजात न होने की वजह से नाम हटने का डर रहता है। बहुत से आलोचक यही कहते हैं।
- गलत कट-ऑफ़ या प्रशासनिक ग़लती: गलत निर्णय/उल्लेख के कारण कुछ लोग अस्थायी रूप से वोटर सूची से हट सकते हैं।
- भ्रमण/डर और राजनीतिक तनातनी: कुछ समुदायों में डर-फेक्टर्स और राजनीति की वजह से तनाव होता है; प्रदर्शन/कानूनी समाशोधन भी होते रहे हैं।
- फील्ड-लेवल व्यवहार में असमानता: BLOs की ट्रेनिंग और स्थानीय लागू प्रक्रिया में भिन्नता होने से असमान व्यवहार हो सकता है।
5) SIR के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ (documents) स्वीकार होंगे?
(ECI ने बिहार SIR में एक 11-वस्तु सूची जारी की — राज्य/अभियान के अनुसार यह सूची और राज्य-विशेष निर्देश अलग हो सकते हैं। नीचे सामान्यत: वही 11 दस्तावेज़ हैं जिन्हें ECI ने स्वीकार्य बताया/पर चर्चा हुई।)
11 स्वीकार्य दस्तावेज (उदाहण के रूप में):
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जन्म-प्रमाण पत्र (Municipal/ Panchayat या सक्षम प्राधिकारी द्वारा)।
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पासपोर्ट (Ministry of External Affairs द्वारा जारी)।
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मैट्रिकुलेशन / उच्च शिक्षा प्रमाणपत्र (मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय)।
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केंद्र/राज्य/PSU कर्मचारी के लिए जारी पहचान-कार्ड या पेंशन दस्तावेज़।
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स्थायी निवास (Domicile) प्रमाण पत्र जिला मजिस्ट्रेट/समकक्ष प्राधिकारी द्वारा।
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वन अधिकार (Forest Rights) प्रमाण पत्र।
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जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC) मान्य अधिप्रमाणन द्वारा।
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NRC/अधिसूचित दस्तावेज़ (जहाँ लागू)।
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पारिवारिक पंजी/Family Register (स्थानीय निकाय द्वारा)।
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जमीन/घर आवंटन/हाउस-अलोकेशन प्रमाणपत्र (सरकारी कार्यालय द्वारा)।
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1987 से पहले जारी कोई सरकारी/PSU पहचान-दस्तावेज (जैसा कि सूची में बताया गया)।
ध्यान: शुरुआती खबरों में Aadhaar, PAN आदि को अलग-से चर्चा का विषय बनाया गया — कोर्ट ने बाद में Aadhaar स्वीकार करने के निर्देश दिए/पर कुछ परिस्थितियों में विवाद भी रहा। इसलिए स्थानीय CEO/ERO के दिशा-निर्देश देखें।
6) अगर BLO आपके घर आए / आपसे कागजात माँगे जाएँ — step-by-step क्या करें (हिन्दी में बिल्कुल सरल):
- पहचान और ऑथेंटिकेशन देखिए: पहले BLO अपना पहचान-कार्ड और पत्र दिखाएगा — उसका नाम, पोलिंग स्टेशन और ERO का निर्देश चेक कर लें। (यदि शक हो तो ERO/CEO ऑफिस से कॉल कर सत्यापित करें)।
- फॉर्म ध्यान से भरें: BLO जो फॉर्म दे रहा/रही है, उसमें अपना पूरा नाम, जन्मतिथि, पता, माता/पिता का नाम ठीक-ठीक लिखें। पहले से मौजूद EPIC (Voter ID) वालों को केवल पुष्टि करनी होती है।
- यदि नया/अज्ञात नाम है तो दस्तावेज़ तैयार रखें: अगर आपका नाम 2003 की सूची में नहीं था और आपको शामिल होना है, तो ऊपर वाली 11 दस्तावेज़ सूची में से जो उपलब्ध हो, उसकी कॉपी दें। मूल दस्तावेज़ दिखाने के लिए मांग कर सकते हैं।
- प्राप्ति/अवकैन का प्रमान लें: किसी भी कागजात की कॉपी देंगे तो BLO से लिखित रसीद (acknowledgement) या प्राप्ति का प्रमाण माँगें। कभी-कभी आपको समन्वय के लिए नोट/टोकन दिया जाता है।
- ऑनलाइन विकल्प भी देखें: कई जगहें ऑनलाइन Form-6 आदि भरने का विकल्प रहता है — CEO की वेबसाइट/ECI पोर्टल पर जाकर आप ऑनलाइन भी दावें कर सकते हैं।
- यदि कागजात नहीं हैं: ERO के पास फील्ड-इन्क्वायरी/साक्ष्य के जरिये आपकी स्थिति जाँचने का विकल्प होता है — तब ERO से संपर्क रखें और प्रमाण जुटाने का प्रयास करें।
- अगर नाम हट गया या शिकायत है: आप Claims & Objections के जरिए अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं और ERO पर अपील कर सकते हैं; जिला चुनाव कार्यालय (CEO/ERO) से संपर्क रखें या स्थानीय हेल्पलाइन/मोहल्ला/जन जागरण केंद्र पर जानकारी लें।
7) Practical Tips — सुरक्षित रहने के लिए
- दस्तावेजों की कॉपी रखिए और मूल साथ रखें।
- BLO/ERO का नाम-पद और संपर्क नोट कर लें।
- किसी भी कागज़-हस्तांतरण पर लिखित प्राप्ति लें।
- अगर आप कमजोर/विकलांग/बूढ़े हैं तो BLO से घर पर ही सत्यापन/सहायता माँगें — ECI ने vulnerable groups को परेशान न करने का निर्देश दिया है।
- समय पर ड्राफ्ट रोल प्रकाशित होने पर उसे चेक करें और अगर नाम गायब दिखे तो तुरन्त दावे (claim) दर्ज कराएँ।
8) अगर आपके पास कोई दस्तावेज़ नहीं है — क्या करें?
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ERO से पूछें — फील्ड-इन्क्वायरी/स्थानीय प्रमाणीकरण का प्रावधान है (यानी अधिकारी स्थानीय साक्ष्यों/गवाहों से पुष्टि कर सकते हैं)। यह प्रक्रिया राज्य और परिस्थितियों पर निर्भर करती है — इसलिए स्थानीय CEO/ERO कार्यालय में जाएँ या हेल्पलाइन पर कॉल करें।
9) संक्षेप में — क्या करना चाहिए (Quick checklist)
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अगर BLO आया → पहचान व फॉर्म चेक करें।
अगर नया नाम जोड़ना है → ऊपर 11 में से कोई दस्तावेज़ दूँ।
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दस्तावेज देने पर रसीद लें।
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ड्राफ्ट रोल आने पर अपना नाम जाँचें — ग़लतियां हों तो Claim/Objection करें।
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ज़रूरत पड़े तो स्थानीय ERO/CEO से संपर्क रखें।

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